– आधुनिक होता हुआ आबकारी विभाग, डिप्टी सीएम ने जीएसटी के लिए की नई प्रणाली की शुरुआत – नये मॉडल से राजस्व में वृद्धि के साथ-साथ टैक्स भरना भी होगा आसान – दुष्यंत चौटाला

चंडीगढ़, 6 अगस्त। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि आबकारी एवं कराधान विभाग को भविष्य में आधुनिक तकनीक से अपडेट रखा जाएगा जिससे न केवल जीएसटी से प्राप्त राजस्व में वृद्धि होगी बल्कि टैक्स देने वाले लोगों को भी बेहतर सेवाएं दी जा सकेंगी। डिप्टी सीएमजिनके पास आबकारी एवं कराधान विभाग का प्रभार भी हैने यह बात चंडीगढ़ में जीएसटी के मॉडल-2’ कार्यान्वयन की नई प्रणाली का उद्घाटन करने के बाद कही। इस अवसर पर उन्होंने इस मॉडल को तैयार करने वाली आईटी टीम व अधिकारियों को सम्मानित भी किया।

 

 

उपमुख्यमंत्री ने आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के जीएसटी मॉडल-1’ को बदलकर मॉडल-2’ की नई प्रणाली में परिवर्तित करने से विभाग का कामकाज पहले की तुलना में अब अधिक आधुनिकतेज और बेहतर डेटा की गुणवत्ता वाला बन गया है। उन्होंने कम समय में अच्छे ढंग से काम करके मॉडल-2 को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए विभाग के अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान तकनीकी युग में विभाग के साथ-साथ प्रत्येक कर्मचारी व अधिकारी को भी नई-नई तकनीक से अपडेट रहना पड़ेगा।

 

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि टैक्स सुधारों को लागू करने में हरियाणा अग्रणी राज्य रहा है। हमारा राज्य वैट अधिनियम को लागू करने वाला भी पहला राज्य था। उन्होंने कहा कि नई और बेहतर प्रणालियों को अपनाने की अपनी परंपरा को जारी रखते हुए प्रदेश ने हाल ही में जीएसटी के कार्यान्वयन के मॉडल-2’ मोड को शुरू करने का निर्णय लिया है। अब नई प्रणाली की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और सभी अधिकारी अब जीएसटीएन’ द्वारा विकसित बीओ-वेब पोर्टल’ पर काम कर रहे हैं।

 

उन्होंने बताया कि आबकारी एवं कराधान विभाग के कंप्यूटर एवं अन्य उपकरणों को आधुनिक तकनीक में बदला जाएगाइसके पहले ही निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम अपने अधिकारियों को बेहतरीन सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर सिस्टम मुहैया कराएंगे तभी हम टैक्सपेयर को बेहतरीन सेवाएं दे पाएंगे। उपमुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विभाग के अधिकारियों से मॉडल-2’ पर काम करने का अनुभव भी पूछा और बेहतर करने के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो अधिकारियों को नई तकनीक से काम करने का प्रशिक्षण भी दिलवाया जाएगा।

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Author: Jantak khabar