– किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं, कल से हरियाणा में सुचारू रूप से शुरू हो जाएगी धान की खरीद – डिप्टी सीएम – हरियाणा सरकार के लिए किसानों के हित सर्वोपरि, पंजाब सरकार की तरह आंख बंद करके नहीं बैठे – दुष्यंत चौटाला

नई दिल्ली/चंडीगढ़, 2 अक्टूबर। कल यानी कि 3 अक्टूबर से हरियाणा में सुचारू रूप से मंडियों में धान की खरीद शुरू हो जाएगी। मंडियों में अपनी फसल लेकर आए किसी भी किसान को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। प्रदेश में धान की खरीद शुरू करवाने को लेकर हरियाणा सरकार के पिछले 48 घंटों से निरंतर प्रयास जारी थे और आज केंद्रीय खाद्य मंत्री अश्विनी चौबे से मुलाकात कर राज्य में कल से धान की खरीद शुरू करवा दी गई है। यह जानकारी हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दी। वे शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय खाद्य मंत्री से मुलाकात के बाद दिल्ली स्थित जेजेपी केंद्रीय कार्यालय पर पत्रकारों से रूबरू थे। साथ ही उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार पंजाब की तरह आंख बंद करके नहीं बैठी हुई थीहमने तुरंत केंद्र से चर्चा की और किसानों की धान खरीद संबंधित इस समस्या को तुरंत हल करवाया।

 

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस बार मानसून देरी के कारण केंद्र सरकार के प्रदेश में एक अक्टूबर से शुरू होने जा रही धान की खरीद को 11 अक्टूबर से शुरू करने के आदेश दिए हुए थे। उन्होंने कहा कि धान खरीद की देरी से किसानों की समस्या व मांग बिल्कुल जायज थी क्योंकि बड़ी मात्रा में धान मंडियों आना शुरू हो गया हैइसको लेकर हरियाणा सरकार ने तुरंत कदम उठाया। दुष्यंत ने कहा कि 3 अक्टूबर से हरियाणा में सुचारू रूप से धान की खरीद होगी और किसानों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा।

 

डिप्टी सीएम ने कहा कि इस विषय को लेकर पिछले 48 घंटों से निरंतर हमारी केंद्र सरकार से चर्चा जारी थी और चर्चा के बाद आज केंद्रीय मंत्री से मुलाकात हुई। उन्होंने कहा कि मुलाकात के दौरान राज्य सरकार ने केंद्रीय मंत्री को धान खरीद संबंधित किसानों की समस्याओं से अवगत करवाया। इसके बाद कल से खरीद प्रक्रिया को शुरू करने का निर्णय लिया गया है।

 

उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हरियाणा सरकार के लिए किसानों के हित सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार पंजाब सरकार की तरह आंख बंद करके नहीं बैठी हुई थीहमने किसानों की समस्या को देखते हुए तुरंत कदम उठाया और केंद्र से चर्चा करके खरीद शुरू करवाई है।

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Author: Jantak khabar