चंडीगढ़, 28 सितंबर। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह को युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बताते हुए कहा कि ‘शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा चंडीगढ़’ पर हरियाणा व पंजाब के संयुक्त सहयोग से शहीद भगत का एक स्टैच्यू लगाया जाना चाहिए ताकि युवा पीढ़ी स्टैच्यू के दर्शन करके देशभक्ति व देश प्रेम का संदेश ले सके। उपमुख्यमंत्री ने इस हवाई अड्डे से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें आरंभ करने के लिए भी केंद्र सरकार से सहयोग करने का अनुरोध किया। डिप्टी सीएम बुधवार को शहीद भगत सिंह की 115वीं जयंती के अवसर पर चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम बदल कर ‘शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा चंडीगढ़’ रखे जाने के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा का ‘शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा चंडीगढ़’ नामकरण किया। इनके अलावा हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग एवं नागर विमानन राज्य मंत्री रिटायर्ड जनरल विजय कुमार सिंह, हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज, चंडीगढ़ से सांसद किरण खेर भी उपस्थित रहे।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा का ‘शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा चंडीगढ़’ नामकरण करने पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह शहीद भगत सिंह के त्याग और बलिदान के लिए सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने भगत सिंह द्वारा कहे गए शब्द ‘इट इज इजी टू किल इंडिविजुअल्स, बट यू कैननोट किल द आइडियाज’ को याद करते हुए कहा कि उनके विचार युवाओं में जिंदा रहने चाहिए। उन्होंने इस एयरपोर्ट को हरियाणा व पंजाब की सांझा विरासत बताते हुए कहा कि हमारी उम्र के युवाओं ने तो शहीद भगत सिंह के बारे में पढ़ा है परंतु बुजुर्गों ने तो भगत सिंह जी के संघर्ष को देखा है। दुष्यंत चौटाला ने बताया कि पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल जब मात्र 15 वर्ष के थे तो वे भी आजादी के आंदोलन में संघर्षरत थे। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत के शासनकाल में चौधरी देवीलाल को भी शहीद भगत सिंह की शिनाख्त-परेड में शामिल होने का गौरव हासिल हुआ है।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पंजाब के मुख्यमंत्री की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि आओ आज हम शहीद भगत सिंह की जयंती के अवसर पर संकल्प लें कि उनके शहीदी दिवस 23 मार्च 2023 तक हरियाणा व पंजाब मिलकर संयुक्त खर्चे से शहीद भगत सिंह का यहां स्टैच्यू स्थापित करवा दें ताकि यहां से आने-जाने वाले लोग उनके जीवन से प्रेरणा ले सके। उन्होंने केंद्र सरकार से भी अनुरोध किया कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट से नियमित अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें आरंभ की जाए ताकि शहीद भगत सिंह का नाम विदेशों में भी युवा पीढ़ी को प्रेरित कर सके।