सिरसा/चंडीगढ़, 29 सितंबर। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से किसानों की फसलों को पिछले दिनों बरसात से हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी और इसके लिए जिला प्रशासन को गिरदावरी करने संबंधी आदेश दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा किसान स्वयं भी अपनी फसलों के नुकसान का ब्यौरा ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर कर सकते हैं। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि खेतों के अलावा ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में भी जहां पर जलभराव हुआ है, उसकी निकासी के संबंध में भी जिला प्रशासन को त्वरित कार्यवाही के निर्देश भी दिए जा चुके हैं। उपमुख्यमंत्री वीरवार को सिरसा के विभिन्न गांवों में ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पिछले दिनों पूरे प्रदेश में हुई बारिश के कारण खेतों आदि स्थानों पर पानी जमा की स्थिति बन गई है इसलिए सिंचाई व राजस्व विभाग के अधिकारियों को खेतों से पानी निकालने संबंधी भी आदेश दिए गए हैं ताकि खेतों में तैयार फसल को कोई नुकसान न हो और जमा पानी के कारण रबी सीजन की फसलों की बुवाई करने में देरी न हो। डिप्टी सीएम ने कहा कि जिन किसानों ने मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फसल पंजीकरण करवाया हुआ है, वे ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर सीधे ही फसलों को पहुंचे नुकसान की जानकारी स्वयं ही दर्ज कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद कानूनगो व पटवारी पोर्टल पर दर्ज नुकसान का आंकलन कर एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार ने किसानों की हर सीजन की फसल को उचित दाम पर खरीदने का काम किया है तथा फसल के दाम भी सीधे किसानों के खाते में भेजे जा रहे हैं।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि ग्रामीण आंचल का विकास तेज गति के साथ हो और इस कार्य में सभी का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के गांवों में बच्चों की खेल प्रतिभा को निखारने के लिए खेल मैदान विकसित किए जा रहे हैं। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जनता की जो भी मांग होगी, सरकार उसे जल्द पूरा करेगी इसलिए अपने गांवों में सार्वजनिक कार्यों संबंधी मांगों को सरकार के समक्ष रखें ताकि सरकार उनको पूरा करने का काम कर सके। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज हरियाणा में बिना किसी भेदभाव के समान रूप से काम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है और महिलाओं की भागीदारी होने से गांवों के विकास को और गति मिलेगी। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हमारा प्रयास है कि ग्रामीण क्षेत्र युवाओं की शिक्षा सुविधा के लिए ज्यादा से ज्यादा लाइब्रेरी खोली जाएं। उन्होंने कहा कि इन लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी संबंधी किताबें सहित अन्य सुविधाएं हो ताकि युवाओं को तैयारी करने के लिए दूर शहर में न जाना पड़े। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इससे गांव का कोई भी रिटायर्ड अध्यापक या अन्य पढ़ा-लिखा युवक अपने गांवों के बच्चों को निशुल्क कोचिंग दे सकता है।