चंडीगढ़, 22 मार्च। हरियाणा सरकार ने किसानों के हितों का ध्यान रखते हुए इस बार 410 मंडियों में गेहूं की खरीद करने का निर्णय लिया है। एक अप्रैल से प्रदेशभर में गेहूं की खरीद शुरू की जा रही है। किसानों को मंडी में गेहूं की फसल बेचने में किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े इसलिए मंडियों की संख्या ज्यादा रखी गई है। इससे किसान अपने नजदीक बने परचेज सेंटर में जाकर आसानी से अपनी फसल को बेच सकेगा। इसके अलावा फसल खरीद के लिए मंडियों में व्यापक व्यवस्था के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही है। यह जानकारी प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दी।
दुष्यंत चौटाला, जिनके पास खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का प्रभार भी हैं, ने बताया कि रबी खरीद सीजन 2022-23 के दौरान गेहूं की खरीद खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग, हैफेड, हरियाणा राज्य भंडारण निगम व भारतीय खाद्य निगम द्वारा की जाएगी। प्रदेश सरकार द्वारा गेहूं खरीद के लिए खरीद एजेंसियों को मंडियों व खरीद केंद्रों का आवंटन कर दिया है। इसके साथ ही विभिन्न मंडियों में खरीद के लिए एजेंसियों के लिए सप्ताह के दिन निर्धारित किए गए हैं ताकि खरीद कार्य सुचारू रूप से चलती रहे।
डिप्टी सीएम ने बताया कि सिरसा जिले में गेहूं खरीद के लिए 64 मंडियां बनाई गई है। इसी तरह फतेहाबाद में 51, कैथल में 41, जींद में 35, हिसार में 29, सोनीपत में 24, करनाल-कुरुक्षेत्र में 23-23, अंबाला में 15, पलवल-यमुनानगर में 13-13, पानीपत में 12, भिवानी में 11, झज्जर-रोहतक में 10-10, दादरी में 8, फरीदाबाद व महेंद्रगढ़ में 6-6, गुरुग्राम व नूंह में 5-5, पंचकुला व रेवाड़ी में 3-3 मंडियों में गेहूं की खरीद होगी।
उपमुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि क्षेत्रीय कार्यालय, मंडियों को रविवार के दिन भी खोलने का निर्णय लिया गया है। जिस एजेंसी को खरीद के लिए शनिवार का दिन अलॉट किया गया है वही एजेंसी रविवार को भी गेहूं की खरीद करेगी।