चरखी दादरी, 22 नवम्बर: जेजेपी के 5वें स्थापना दिवस पर आगामी 9 दिसंबर को भिवानी के सेक्टर 13 के मेला ग्राऊंड में होने वाली जन सम्मान रैली ऐतिहासिक होगी। इस रैली में प्रदेशभर से बड़ी संख्या लोग में शामिल होकर जेजेपी पार्टी और उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व ओर अधिक मजबूती प्रदान करेंगे। दादरी विधानसभा क्षेत्र से भी बड़ी तादाद में जेजेपी विचारधारा में आस्था रखने वाले लोग जन सम्मान रैली में शामिल होगे। यह बात जेजेपी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने आज दादरी हल्के के विभिन्न गाँवो में ग्रामीण सभाओं को सम्बोधित करते हुए कही। जेजेपी प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने मंगलवार को दादरी हल्के के गांव निमड़ी, मालकोष, ऊण, बौंद कलां, बौंद खुर्द, रणकौली, साकरोड़, सांजरवास, फौगाट, सावड़, सौफ, कासनी, रावलधी सहित एक दर्जन गाँवो का दौरा किया और ग्रामीणों को जन सम्मान रैली का न्योता दिया। गाँव में पहुंचने पर युवाओं ने दिग्विजय चौटाला का बड़ी गर्मजोशी से स्वागत किया और आन-बान-शान की प्रतीक पगड़ी पहनाकर उनका सम्मान किया। जेजेपी महासचिव दिग्विजय चौटाला ने भी गाँव वासियों को भरोसा दिलाया की उनकी पगड़ी के सम्मान को कभी ठेस नहीं पहुंचने देंगे।
ग्रामीण सभाओं को सम्बोधित करते हुए दिग्विजय चौटाला ने कहा कि भिवानी और दादरी जिला डॉ अजय सिंह चौटाला की कर्म भूमि है। इस क्षेत्र के लोंगो ने कठिन से कठिन समय में भी हमारा साथ दिया है। इसलिए हमारा भी भिवानी और दादरी जिले से गहरा लगाव है। पिछले समय में भी हमने इस क्षेत्र के लोंगो के प्यार को सवाया करके लौटाने का प्रयास किया था। डॉ अजय चौटाला ने सांसद रहते भिवानी और दादरी जिले हजारों युवाओं को रोजगार देकर एक रिकॉर्ड कायम किया था। उसी तर्ज पर जेजेपी और उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी दादरी जिले के लोंगो के सम्मान को बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। मौजूदा जजपा-भाजपा सरकार के तीन साल के कार्यकाल में दादरी जिले के विकास के लिए सैकड़ो करोड़ रूपए की परियोजनाएं मंजूर हुई है। जिन विकास योजनाओं पर धरातल पर भी काम तेजी से चल रहा है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि ग्रामीणों के जोश-उत्साह को देखकर निश्चित तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि भिवानी की जन सम्मान रैली प्रदेश के इतिहास की सबसे विशाल रैली होगी।
इस अवसर पर जिला प्रधान नरेश द्वारका,पूर्व विधायक राजदीप फौगाट, हल्का प्रधान राजेश फौगाट, ओमपाल चौबारला, मनफूल शर्मा, लक्ष्मी बलोदा, भूपेंद्र बौंद, रमेश कोच, विनोद मोड़ी, एडवोकेट रविन्द्र सांगवान, एडवोकेट राकेश कलकल, राजेश अटेला, रब्बू पंवार, आशीष नीमड़ी, मोहित साहू , गौरव चौबारला सरपंच, बौन्द सरपंच अजीत, साकरोड़ सरपंच प्रकाश, अशोक सिहाग, सौंफ सरपंच प्रदीप, ऋषिपाल उमरवास, राजू मैहरा, रमेश ऊण, सुधीर श्योराण, पूर्व सरपंच राजेश पोले, उमेद मालकोष, हरेन्द्र हांडा, उमेद मालकोष, विरेन्द्र शर्मा, लीलाराम डोहकी, मनीष छिल्लर, सुनील अटेला, रोहित फौगाट इत्यादी उनके साथ थे।