सुंदरनगर। हिमाचल प्रदेश में एचआरटीसी (HRTC) पेंशनरों का सब्र अब जवाब दे चुका है। दो महीनों से पेंशन और अन्य वित्तीय लाभ न मिलने के विरोध में प्रदेशभर के एचआरटीसी सेवानिवृत्त कर्मचारी 15 अक्तूबर को शिमला में जोरदार धरना-प्रदर्शन करेंगे।
सुंदरनगर इकाई के अध्यक्ष कर्म सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में हुई बैठक में सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सौतेले व्यवहार पर कड़ा रोष जताया। ठाकुर ने कहा कि एचआरटीसी पेंशनर्स पिछले कई महीनों से पेंशन के लिए भटक रहे हैं, लेकिन सरकार केवल झूठे आश्वासन दे रही है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 से मार्च 2024 तक सेवानिवृत्त हुए पेंशनरों को अब तक कोई पेंशन नहीं मिली, जबकि 2016 से 2022 के बीच रिटायर हुए कर्मचारियों को डीए का एरियर भी नहीं दिया गया है। कई पेंशनरों को आंशिक भुगतान हुआ है, जिससे असमानता और रोष बढ़ रहा है।
सुंदरनगर से लगभग 80 पेंशनर शिमला में आयोजित विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे। मंच ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
कर्म सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, जिनके पिता भी एचआरटीसी में चालक रहे हैं, उन्हें पेंशनरों की समस्याओं को समझना चाहिए। लेकिन मौजूदा हालात में न तो पेंशन मिल रही है और न ही मेडिकल बिलों का भुगतान, जिससे पेंशनर आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं।


























