मोहाली (स्टाफ रिपोर्टर) — पंजाब में धान खरीद का कार्य तेजी से जारी है। पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन हरचंद सिंह बरसट ने राज्यभर की मंडियों का दौरा कर खरीद प्रक्रिया की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य की सभी मंडियों में धान की आमद और खरीद का काम निर्विघ्न रूप से चल रहा है, और किसानों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
बरसट ने बताया कि 22 अक्तूबर तक राज्य की मंडियों में कुल 64.20 लाख मीट्रिक टन धान की आमद हुई, जिसमें से 61.96 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। खरीदी गई फसल की लगभग 71 प्रतिशत लिफ्टिंग भी पूरी हो चुकी है।
उन्होंने जानकारी दी कि पंजाब राज्य में धान की निर्विघ्न खरीद के लिए 1822 नोटिफाइड मंडियां और 651 अतिरिक्त खरीद केंद्र (आरजी केंद्र) स्थापित किए गए हैं। सरकारी एजेंसियों ने अब तक 61.80 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की है, जबकि निजी व्यापारियों ने 16,307 मीट्रिक टन की खरीद की है।
बरसट ने एजेंसीवार खरीद का ब्यौरा देते हुए बताया कि —
-
पनग्रेन ने 25,94,072 मीट्रिक टन,
-
एफसीआई ने 14,985 मीट्रिक टन,
-
मार्कफेड ने 16,12,128 मीट्रिक टन,
-
पनसप ने 12,43,777 मीट्रिक टन,
-
वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन ने 7,14,899 मीट्रिक टन धान खरीदा है।
उन्होंने बताया कि तरनतारन जिला में अब तक सबसे अधिक 6,98,864 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है, जबकि पटियाला (6,52,727 मीट्रिक टन) और फिरोजपुर (4,95,922 मीट्रिक टन) दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
केवल बुधवार के दिन ही मंडियों में 5.30 लाख मीट्रिक टन धान की आमद, 5.09 लाख मीट्रिक टन खरीद और 4.65 लाख मीट्रिक टन लिफ्टिंग दर्ज की गई।
चेयरमैन बरसट ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार किसानों, आढ़तियों और मजदूरों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि “धान का हर एक दाना खरीदा जाएगा।”
साथ ही उन्होंने बताया कि किसानों की शिकायतों और निगरानी के लिए पंजाब मंडी बोर्ड मुख्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। किसान किसी भी समस्या के लिए इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं:
📞 0172-5101649, 0172-5101704।
🌾 किसानों के लिए अपील:
चेयरमैन बरसट ने किसानों से अपील की कि वे मंडियों में सिर्फ सूखा धान ही लेकर आएं, ताकि नमी की वजह से किसी प्रकार की असुविधा या कटौती का सामना न करना पड़े। मंडी बोर्ड के अधिकारी लगातार मैदान में रहकर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।


























