लुधियाना, 14 अक्टूबर (JANTAK KHABAR): जिला लुधियाना में धान की खरीद सुचारू रूप से जारी है। खरीद एजेंसियों ने अनाज मंडियों में पहुंचे धान का 94.25% स्टॉक खरीद लिया है।
13 अक्टूबर तक के सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार 134,456 मीट्रिक टन धान अनाज मंडियों में आ चुका है, जिसमें से 126,719 मीट्रिक टन धान खरीदा जा चुका है। निर्धारित समय सीमा के भीतर किसानों के बैंक खातों में 303.14 करोड़ रुपये की अदायगी भी की जा चुकी है।
प्रशासन की प्रतिबद्धता
डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन ने किसानों की उपज के हर दाने की खरीद के लिए जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। जैन ने कहा, “हमने सभी खरीद केंद्रों पर निर्बाध कार्यों को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं।” उन्होंने आगे कहा कि किसी भी चुनौती को तुरंत हल करने के लिए अधिकारियों को खरीद प्रक्रिया की निगरानी और अनुकूलता के लिए अनाज मंडियों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं।
गुणवत्ता मानकों पर जोर
गुणवत्ता के मानकों को बनाए रखने के लिए हिमांशु जैन ने किसानों से अपील की कि धान मंडियों में लाने समय यह सुनिश्चित करें कि उनका धान अच्छी तरह सूखा हुआ है और सरकार द्वारा निर्धारित नमी के स्तर को पूरा करता है। उन्होंने फसल की नमी के स्तर को कम करने के लिए कंबाइन हार्वेस्टर के काम करने के घंटों (सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक) की सख्ती से पालना करने का आदेश देते हुए कहा कि उल्लंघन जुर्माने का कारण बन सकते हैं, जिसमें उपकरण जब्त करना भी शामिल है।
पराली प्रबंधन की सलाह
इसके अलावा हिमांशु जैन ने किसानों से धान की पराली को जलाने की बजाय आधुनिक कृषि मशीनरी का उपयोग करके प्रबंधन करने को कहा क्योंकि यह न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है बल्कि प्रदूषण भी पैदा करता है जो मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। उन्होंने आगे कहा कि धान की पराली किसानों के लिए लाभदायक है क्योंकि यदि अति-आधुनिक उपकरणों की मदद से खेत में ही मिलाई जाए तो यह रहीम-खूंहद मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।


























