शिमला। “एक भारत श्रेष्ठ भारत” कार्यक्रम के तहत हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों के 71 विद्यार्थी शनिवार को केरल के लिए रवाना हुए। यह दल समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत शिमला, किन्नौर, सोलन और लाहौल-स्पीति जिलों से चयनित बच्चों का है, जिनमें 50 लड़कियां और 21 लड़के शामिल हैं। यह यात्रा 11 से 15 अक्तूबर तक चलेगी।
इस यात्रा की खासियत यह है कि हिमाचल देश का पहला राज्य बन गया है, जहां के सरकारी स्कूलों के बच्चों को ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम के तहत हवाई यात्रा करने का अवसर मिला है। बच्चों के लिए यह अनुभव रोमांच, उत्साह और गर्व से भरपूर है।
समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा के मार्गदर्शन में आयोजित इस यात्रा में राज्य समन्वयक वर्षा सूद और आठ एस्कॉर्ट शिक्षक भी साथ गए हैं। शनिवार को शिमला से रवाना होने के बाद विद्यार्थियों ने चंडीगढ़ के छतबीर जू का भ्रमण किया, जहां उन्होंने समृद्ध वन्य जीवन को करीब से देखा। इसके बाद यह दल चंडीगढ़ से हवाई मार्ग से केरल के लिए रवाना होगा।
राष्ट्रीय एकता का प्रतीक — ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’
‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम की शुरुआत 31 अक्तूबर 2015 को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर की गई थी। इसका उद्देश्य भारत के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच संस्कृति, परंपराओं और जीवनशैली के आदान-प्रदान के माध्यम से राष्ट्रीय एकता को मजबूत करना है।
इस योजना के तहत हिमाचल प्रदेश को केरल के साथ जोड़ा गया है, ताकि दोनों राज्यों के विद्यार्थी एक-दूसरे की संस्कृति, भाषा और परंपराओं को समझ सकें। ग्रामीण पृष्ठभूमि के बच्चों के लिए यह यात्रा उनके दृष्टिकोण को व्यापक बनाने का एक अनूठा अवसर है।
विदेशी यात्राओं में भी आगे हिमाचल के विद्यार्थी
समग्र शिक्षा अभियान लगातार शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक यात्राओं का आयोजन कर रहा है। इससे पहले सिंगापुर और कंबोडिया की शैक्षणिक यात्राओं में हिमाचल के मेधावी ग्रामीण विद्यार्थी शामिल हो चुके हैं। यह देश का पहला राज्य है जिसने सरकारी स्कूलों के बच्चों को विदेशी यात्रा का अवसर दिया है।
ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक यात्रा
समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने रवाना हो रहे विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह यात्रा सिर्फ पर्यटन नहीं, बल्कि एक सीखने का अनुभव है। बच्चों को केरल की संस्कृति, भाषा और जीवनशैली को समझने का मौका मिलेगा, जो उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएगा।
उन्होंने कहा कि “एक भारत श्रेष्ठ भारत” कार्यक्रम देश की विविधता में एकता का प्रतीक है और इससे भावी पीढ़ी में राष्ट्रीय एकता की भावना और मजबूत होगी।


























