दो मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ साइन होगा एमओयू, ‘हिमभोग आटा’ पहुंचेगा दुनिया के हर कोने तक

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हिमभोग आटा अब होगा ग्लोबल, दो एमओयू होंगे साइन

मंडी (स्टाफ रिपोर्टर) — हिमाचल प्रदेश सरकार अब अपनी प्राकृतिक खेती को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने जा रही है। राज्य सरकार दो मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) साइन करने की तैयारी में है, जिससे ‘हिमभोग’ ब्रांड का गेहूं और मक्की का आटा अब दुनिया के हर कोने तक पहुंचेगा।

यह एमओयू आत्मा परियोजना के राज्य निदेशक आईएएस हितेश नेगी और दो प्रमुख ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स के प्रतिनिधियों के बीच साइन किया जाएगा। इस समझौते के बाद हिमाचल के खेतों में प्राकृतिक रूप से उगाई गई गेहूं, मक्की, जौ और हल्दी जैसी फसलें अब ग्लोबल मार्केट में उपलब्ध होंगी।


🌾 ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बिकेंगे हिमाचली उत्पाद

हिमाचल के प्राकृतिक उत्पादों को बेचने के लिए सरकार ऑनलाइन मार्केटिंग सेल बना रही है। इस दिशा में स्टेट प्रोजेक्ट्स इंप्लीमेंटेशन यूनिट (SPIU) के तहत कार्य शुरू हो चुका है।
प्रदेश में सात फार्मर प्रोड्यूसर कंपनियां (FPOs) बनाई गई हैं, जो किसानों को मार्केट लिंकेज और विपणन सहयोग प्रदान कर रही हैं।

इन उत्पादों को जल्द ही फ्लिपकार्ट और ओएनडीसी (ONDC) जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर बेचा जाएगा, ताकि उपभोक्ता देश-विदेश से सीधे हिमाचली ब्रांड खरीद सकें।


💰 देश में सबसे ज्यादा MSP दे रहा हिमाचल

हिमाचल सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को देश में सबसे ऊंचा न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) दे रही है —

  • मक्का : ₹40 प्रति किलोग्राम

  • गेहूं : ₹60 प्रति किलोग्राम

  • कच्ची हल्दी : ₹90 प्रति किलोग्राम

  • जौ : ₹60 प्रति किलोग्राम


🌱 2.22 लाख किसान जुड़ चुके हैं प्राकृतिक खेती से

राज्य में प्राकृतिक खेती तेजी से फैल रही है। वर्तमान में 2,22,893 किसान सक्रिय रूप से जुड़े हैं, जो 38,437 हेक्टेयर भूमि पर मक्का, गेहूं, हल्दी, जौ, सब्जियां, फल और औषधीय पौधे उगा रहे हैं।

पांगी घाटी को राज्य का पहला प्राकृतिक खेती उपमंडल (Sub Division) घोषित करने की दिशा में काम चल रहा है।


🌍 ग्लोबल ब्रांड बनेगा ‘हिमभोग’

राज्य परियोजना निदेशक हितेश नेगी ने बताया कि जल्द ही ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स के साथ एमओयू साइन कर हिमाचल के प्राकृतिक उत्पादों को ग्लोबल मार्केट में उतारा जाएगा। यह प्रक्रिया अंतिम चरण में है और आने वाले दिनों में इसका औपचारिक ऐलान होगा।


🏬 स्थानीय आउटलेट्स पर भी बिक्री

मंडी जिले में आत्मा परियोजना के निदेशक राकेश कुमार ने बताया कि प्राकृतिक उत्पादों को सिविल सप्लाई डिपार्टमेंट और आत्मा के अपने आउटलेट्स के माध्यम से भी बेचा जाएगा। उन्होंने कहा कि एमएसपी और मार्केटिंग के मामले में हिमाचल अब देश में आदर्श मॉडल राज्य बन रहा है।

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Author: Vivek Singh

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