शिमला। हिमाचल प्रदेश ने डिजिटल प्रशासन में एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने हिमाचल को डिजिटल सेवाओं में देश में सर्वोत्तम प्रदर्शन करने पर “पीपल फर्स्ट इंटीग्रेशन अवार्ड” से सम्मानित किया है। यह सम्मान राष्ट्रीय DigiLocker सम्मेलन-2025 में प्रदान किया गया।
सरकार के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन मिशन के तहत हिमाचल ने अब तक 51 HimSeva सेवाओं को DigiLocker प्लेटफॉर्म से एकीकृत किया है। इन सेवाओं को राज्य की ‘Him Pariwar’ यूनिक आईडी योजना से भी जोड़ा गया है, जिससे नागरिकों को दस्तावेजों और सरकारी सेवाओं के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाने की आवश्यकता समाप्त हो गई है।
सम्मेलन में यह पुरस्कार राज्य की ओर से डिजिटल तकनीक एवं संचालन विभाग के सचिव आशीष सिंहमार ने ग्रहण किया। इस दौरान भारत सरकार के आईटी सचिव, राष्ट्रीय सूचना केंद्र (NIC) और राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
सम्मेलन में देशभर के विशेषज्ञों और नीति-निर्माताओं ने पेपरलेस, पारदर्शी और पूर्ण डिजिटल भारत बनाने की रणनीति पर चर्चा की। सचिव आशीष सिंहमार ने कहा कि यह सम्मान जनता को सरल, तेज और सस्ती सेवाएं उपलब्ध कराने के राज्य सरकार के प्रयासों की पहचान है। DigiLocker से जुड़ने के बाद प्रशासनिक प्रक्रियाएं पारदर्शी हुई हैं और नागरिकों का समय व संसाधन दोनों बच रहे हैं।
यह उपलब्धि हिमाचल प्रदेश की डिजिटल नीति की सफलता और ई-गवर्नेंस में राज्य की बढ़ती क्षमता का प्रमाण है।


























