चंडीगढ़।
हरियाणा में डीजीपी वाई पूरन कुमार आत्महत्या मामला अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। डीजीपी के स्टाफ के खिलाफ वसूली मामले की जांच कर रहे इन्वेस्टिगेशन अफसर एएसआई संदीप लाठर ने मंगलवार को खुदकुशी कर ली।
जानकारी के अनुसार, संदीप लाठर रोहतक के लाढ़ौत गांव में अपने खेत में बने कमरे में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
मृतक ने चार पेज का सुसाइड नोट और एक वीडियो मैसेज छोड़ा है, जिसमें उन्होंने डीजीपी वाई पूरन कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
एएसआई लाठर ने अपने नोट में लिखा कि, “वाई पूरन कुमार भ्रष्ट अधिकारी थे और उनके खिलाफ कई सबूत मौजूद थे। उन्होंने गिरफ्तारी के डर से आत्महत्या की। वह जातिवाद का फायदा उठाकर सिस्टम को हाईजैक करना चाहते थे।”
संदीप ने आगे लिखा, “मैं अपनी जान देकर जांच की मांग कर रहा हूं। इस भ्रष्ट परिवार को बख्शा नहीं जाना चाहिए।”
गौरतलब है कि डीजीपी वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को आत्महत्या की थी, और अपने सुसाइड नोट में 16 वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के नाम लिखते हुए उत्पीड़न के आरोप लगाए थे।
इस पूरे मामले ने अब राजनीतिक रंग भी ले लिया है।
मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी चंडीगढ़ पहुंचे और डीजीपी वाई पूरन कुमार के परिजनों से मुलाकात की।
उन्होंने कहा — “यह सिर्फ एक परिवार का मामला नहीं, बल्कि दलित अस्मिता का सवाल है। हरियाणा सरकार तमाशा बंद करे और दोषी अधिकारियों को तुरंत गिरफ्तार करे।”


























