बनोंदी :
बनोंदी टोल प्लाजा पर किसानों ने टोल छूट की मांग को लेकर रविवार को धरना प्रदर्शन किया। किसानों का कहना है कि 20 किलोमीटर तक के स्थानीय निवासियों और किसानों को टोल से छूट मिलनी चाहिए। लंबे समय से उठाई जा रही इस मांग को अब तक नज़रअंदाज़ किया गया है, जिससे अन्नदाता नाराज हैं और उन्होंने अपनी मांगों को लेकर टोल प्लाजा पर मोर्चा खोल दिया है।
कांग्रेस नेता अशोक मेहता का किसानों को समर्थन
धरने के दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक मेहता ने किसानों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि किसानों और स्थानीय लोगों की मांग पूरी तरह जायज है और एनएच प्रशासन को इसे तुरंत स्वीकार करना चाहिए।

अशोक मेहता ने कहा, “20 किलोमीटर की सीमा में रहने वाले लोगों को टोल टैक्स से छूट मिलनी चाहिए। किसानों को भी यह राहत दी जानी चाहिए, क्योंकि वे पूरे दिन खेती और समाजसेवा के कार्यों के लिए आवाजाही करते हैं।”
“किसानों की पुरानी मांगें अब भी अधूरी”
अशोक मेहता ने बताया कि जब हाईवे का निर्माण हो रहा था, तब किसानों ने यह मांग रखी थी कि कन्वर्ट रास्ते की ऊंचाई बढ़ाई जाए ताकि ट्रैक्टर और कृषि वाहन आसानी से गुजर सकें। लेकिन उस समय उनकी बात नहीं मानी गई। अब किसानों को लंबा चक्कर लगाकर आना-जाना पड़ता है, जिससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी होती है।
उन्होंने कहा कि बायपास का काम अभी अधूरा है, लेकिन टोल टैक्स पहले ही वसूला जा रहा है। साथ ही ठेकेदार अब अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ चुका है, जिससे किसानों का रोष और बढ़ गया है।
किसान यूनियन का ऐलान – मांगें माने बिना नहीं हटेंगे
धरने में शामिल किसान यूनियन के प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी कि जब तक एनएचएआई प्रशासन स्थानीय किसानों और निवासियों को छूट देने का फैसला नहीं करता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि टोल वसूली बंद कर छूट की नीति लागू की जानी चाहिए।


























